Tuesday, 11 June 2013

गो हत्या पर रोक जरूरी : आर्थिक और सांस्कृतिक दोनों पहलु


गोहत्या का प्रश्न केवल धार्मिक आस्थाओं से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि देश के अर्थतंत्र, पर्यावरण व जलसंकट जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे इससे सीधे प्रभावित होते हैं। आज बड़ी गंभीरता से यह बात कही जाती है कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा, इस दृष्टि से यदि कत्लखानों का विचार करें तो जलसंकट को बढ़ाने में इनकी भूमिका की अनदेखी नहीं की जा सकती।

एक कत्लखाने में प्रति पशु पांच सौ लीटर पानी लगता है। हिन्दुस्तान टाइम्स के प्रकाशित एक रपट के अनुसार कोलकाता के मोरी गांव कत्लखाने में 17 लाख 50 हजार लीटर पानी प्रतिदिन लगता है। इसके विपरीत एक व्यक्ति को प्रतिदिन औसतन 25 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। इसका अर्थ यह हुआ कि कोलकाता के इस कत्लखाने में करीब 70 हजार लोगों के उपयोग का पानी नष्ट कर दिया जाता है।

मुम्बई के देवनार कत्लखाने में 18 लाख 50 हजार लीटर पानी प्रतिदिन खर्च होता है। यहां लगभग 74 हजार लोगों के उपयोग का पानी नष्ट कर दिया जाता है। आंध्र प्रदेश के हैदराबाद स्थित कत्लखाने अल कबीर एक्सपोर्ट लिमिटेड में 6 हजार 600 पशु प्रतिदिन काटे जाते हैं। यहां 1 लाख 32 हजार लोगों के उपयोग का पानी प्रतिदिन नष्ट कर दिया जाता है।

गाय का दूध 30 - 40 रु. प्रति किलो की दर से मिलता है। और 600 ml. कोल्ड ड्रिंक 30 rs. की है तो  एक लीटर 50 rs. पड़ा ... जबकि देश में 15 रु. लीटर पानी बिक रहा है। जिस देश में गाय का दूध नहीं बेचा जाता था उस देश में पानी बेचा जा रहा है। ये कत्लखाने जितना पानी बर्बाद कर रहे हैं उससे पानी का संकट देश में कितना गंभीर होने वाला है यह समझा जा सकता है। इसलिए यह विचार करने की आवश्यकता है कि आज देश में पानी की ज्यादा आवश्यकता है या मांस की।


कोलकाता : मोरी गावं :      17 लाख 50 हज़ार लीटर पानी          70 हज़ार लोगों के लायक पानी              3500 जानवरों का क़त्ल

मुंबई: देवनार             :       18 लाख 50 हज़ार लीटर पानी          74 हज़ार लोगो के लायक पानी              3700 जानवरों का क़त्ल

हैदराबाद; अल           :        33 लाख लीटर पानी                         1 लाख 85 हज़ार लोगों के लायक पानी   660 जानवरों का क़त्ल

The Economist (Aug 27, 2008) states: Five big food and beverage companies -- Nestle, Unilever, Coca-Cola, Anheuser-Busch and Danone -- consume almost 575 billion litres of water a year, enough to satisy the daily water needs of every person on the planet.

IPL in 2013 April in MH   1 match takes 3 lakh litre water ..16 match ..   Total 48 lakh litre of water for 8 weeks
 

India produced 3.643 million metric tons  of which 1.963 million metric tons was consumed domestically and 1.680 million metric tons was exported. India ranks 5th in the world in beef production, 7th in domestic consumption and 1st is exporting.


http://www.business-standard.com/article/pti-stories/muslim-community-in-mathura-hold-anti-cow-slaughter-convention-113061000340_1.html



गाय माता के सभी भक्त जो उन्हें बचाना चाहते है हम से जुड़े !

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